नीतीश कुमारPC:mahi
नीतीश सरकार ने जनहित में शराब पर बिहार में बैन लगाने के बाद अब राज्य में गुटखा, पान मसाला पर बैन लगाने घोषणा की है। खाद्य संरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की धारा 30 के तहत पूरे बिहार राज्य में गुटखा एवं पान मसाला (तंबाकू एवं निकोटिन युक्त) के (पैकिंग/बिना पैकिंग) का विनिर्माण, विक्रय, परिवहन एवं भंडारण पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, जो बिहार राज्य में 21 मई से प्रभावी होगा।
खाद्य संरक्षा आयुक्त कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि जनहित के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इस प्रतिबंध को लागू करने हेतु सभी अभिहित अधिकारियों एवं खाद्य संरक्षा अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है।
छापेमारी के दौरान पकडे़ गए व्यक्तियों पर खाद्य संरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
छापेमारी के दौरान पकडे़ गए व्यक्तियों पर खाद्य संरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
जेल से मिले मोबाइल और सिम कार्ड
बिहार पुलिस ने सीवान जेल में शुक्रवार को छापेमारी की है। इस छापेमारी में 17 मोबाइल बरामद हुए हैं, जिनकी कुल कीमत 1.5 लाख से भी अधिक है। इतना ही नहीं, 17 मोबाइल के अलावा यहां से 20 सिम कार्ड भी बरामद हुए हैं।
यह मोबाइल जेल के एक बाथरूम से बरामद हुए हैं। इन्हें जेल के वार्ड नंबर 22 के बाथरूम में फर्श के नीचे दबाकर रखा गया था। सूत्रों के अनुसार यह वही वार्ड है जहां पर पूर्व आरजेडी सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के सात शार्प शूटरों को रखा गया था।
शुक्रवार को ही इन सातों को राज्य की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया है। आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले ही शहाबुद्दीन को भी सीवान जेल से भागलपुर जेल में शिफ्ट किया गया था।
इसके अलावा वार्ड नंबर 11 और 15 से शनिवार सुबह हुई छापेमारी में 7 अन्य मोबाइल फोन बरामद हुए साथ ही एक सिम कार्ड भी बरामद किया गया। सूत्रों के अनुसार जो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं उनमें से 4 बहुत ही महंगे हैं, जिनमें हर मोबाइल की कीमत 30,000 रुपए से भी अधिक है।
गुरुवार को भी एक विजिटर के पास से 7 सिम कार्ड बरामद किए गए थे, जिन्हें वह जेल में चोरी छुपे ले जाना चाहता था। इनमें से एक सिम मिडिल ईस्ट का था।
सूत्रों का मानना है कि जेल से बरामद किए गए इन मोबाइल फोन और सिम कार्ड के जरिए पत्रकार राजीव रंजन की हत्या की जांच में भी सहयोग मिलेगा, क्योंकि उनकी हत्या को जेल ही अंजाम दिए जाने की संभावना है।
शुक्रवार को ही इन सातों को राज्य की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया है। आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले ही शहाबुद्दीन को भी सीवान जेल से भागलपुर जेल में शिफ्ट किया गया था।
इसके अलावा वार्ड नंबर 11 और 15 से शनिवार सुबह हुई छापेमारी में 7 अन्य मोबाइल फोन बरामद हुए साथ ही एक सिम कार्ड भी बरामद किया गया। सूत्रों के अनुसार जो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं उनमें से 4 बहुत ही महंगे हैं, जिनमें हर मोबाइल की कीमत 30,000 रुपए से भी अधिक है।
गुरुवार को भी एक विजिटर के पास से 7 सिम कार्ड बरामद किए गए थे, जिन्हें वह जेल में चोरी छुपे ले जाना चाहता था। इनमें से एक सिम मिडिल ईस्ट का था।
सूत्रों का मानना है कि जेल से बरामद किए गए इन मोबाइल फोन और सिम कार्ड के जरिए पत्रकार राजीव रंजन की हत्या की जांच में भी सहयोग मिलेगा, क्योंकि उनकी हत्या को जेल ही अंजाम दिए जाने की संभावना है।
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