2012 की हिट सन ऑफ सरदार उन फिल्मों शामिल है जिनका सीक्वल बनने की चर्चा लंबे समय से है। पिछले साल मई में अजय देवगन ने इस सीक्वल की घोषणा ट्विटर पर करते हुए कहा था कि दीवाली 2017 में यह फिल्म लेकर आएंगे। अब खबर है कि अजय ने फिल्म की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है, मगर कहानी में ट्विस्ट यह है कि खुद अजय सीक्वल में ऐक्टिंग करने के इच्छुक नहीं हैं। बल्कि वह फिल्म का निर्देशन करना चाहते हैं। उन्होंने सलमान खान को यह फिल्म ऑफर की है।
सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों अजय ने सलमान ने मुलाकात करके पूछा कि क्या वह पर्दे पर सरदार बनना चाहेंगे। वह सन ऑफ सरदार का सीक्वल बनाने जा रहे हैं। बताया जाता है कि सलमान को आइडिया अच्छा लगा और उन्होंने सहमति जता दी। अजय ने सलमान को यह भी बता दिया है कि वह सीक्वल का निर्देशन करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि सलमान के साथ कहीं न कहीं अजय भी कहानी में खुद को फिट करेंगे और भले ही मेहमान कलाकार के रूप में, वह पर्दे पर दिखेंगे जरूर।
सूत्रों का कहना है कि यदि सलमान सन ऑफ सरदार-2 में काम करते हैं तो यह बड़ी बात होगी क्योंकि मूल फिल्म हिट थी और सलमान के आने से सीक्वल का आकर्षण दोगुना हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि सन ऑफ सरदार तेलुगु कॉमेडी थ्रिलर मर्यादा रामन्ना का रीमेक थी, जिसका निर्देशन बाहुबली से हिंदी दर्शकों में पहचान पाने वाले एसएस राजमौली ने किया था। अश्विनी धीर के निर्देशन में बनी सन ऑफ सरदार में सोनाक्षी सिन्हा लीड रोल में थीं। पार्ट-2 में उनकी भूमिका होगी या नहीं, यह समय आने पर ही पता चलेगा।
सूत्रों का कहना है कि यदि सलमान सन ऑफ सरदार-2 में काम करते हैं तो यह बड़ी बात होगी क्योंकि मूल फिल्म हिट थी और सलमान के आने से सीक्वल का आकर्षण दोगुना हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि सन ऑफ सरदार तेलुगु कॉमेडी थ्रिलर मर्यादा रामन्ना का रीमेक थी, जिसका निर्देशन बाहुबली से हिंदी दर्शकों में पहचान पाने वाले एसएस राजमौली ने किया था। अश्विनी धीर के निर्देशन में बनी सन ऑफ सरदार में सोनाक्षी सिन्हा लीड रोल में थीं। पार्ट-2 में उनकी भूमिका होगी या नहीं, यह समय आने पर ही पता चलेगा।
जेल से मिले मोबाइल और सिम कार्ड
बिहार पुलिस ने सीवान जेल में शुक्रवार को छापेमारी की है। इस छापेमारी में 17 मोबाइल बरामद हुए हैं, जिनकी कुल कीमत 1.5 लाख से भी अधिक है। इतना ही नहीं, 17 मोबाइल के अलावा यहां से 20 सिम कार्ड भी बरामद हुए हैं।
यह मोबाइल जेल के एक बाथरूम से बरामद हुए हैं। इन्हें जेल के वार्ड नंबर 22 के बाथरूम में फर्श के नीचे दबाकर रखा गया था। सूत्रों के अनुसार यह वही वार्ड है जहां पर पूर्व आरजेडी सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के सात शार्प शूटरों को रखा गया था।
शुक्रवार को ही इन सातों को राज्य की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया है। आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले ही शहाबुद्दीन को भी सीवान जेल से भागलपुर जेल में शिफ्ट किया गया था।
इसके अलावा वार्ड नंबर 11 और 15 से शनिवार सुबह हुई छापेमारी में 7 अन्य मोबाइल फोन बरामद हुए साथ ही एक सिम कार्ड भी बरामद किया गया। सूत्रों के अनुसार जो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं उनमें से 4 बहुत ही महंगे हैं, जिनमें हर मोबाइल की कीमत 30,000 रुपए से भी अधिक है।
गुरुवार को भी एक विजिटर के पास से 7 सिम कार्ड बरामद किए गए थे, जिन्हें वह जेल में चोरी छुपे ले जाना चाहता था। इनमें से एक सिम मिडिल ईस्ट का था।
सूत्रों का मानना है कि जेल से बरामद किए गए इन मोबाइल फोन और सिम कार्ड के जरिए पत्रकार राजीव रंजन की हत्या की जांच में भी सहयोग मिलेगा, क्योंकि उनकी हत्या को जेल ही अंजाम दिए जाने की संभावना है।
शुक्रवार को ही इन सातों को राज्य की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया है। आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले ही शहाबुद्दीन को भी सीवान जेल से भागलपुर जेल में शिफ्ट किया गया था।
इसके अलावा वार्ड नंबर 11 और 15 से शनिवार सुबह हुई छापेमारी में 7 अन्य मोबाइल फोन बरामद हुए साथ ही एक सिम कार्ड भी बरामद किया गया। सूत्रों के अनुसार जो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं उनमें से 4 बहुत ही महंगे हैं, जिनमें हर मोबाइल की कीमत 30,000 रुपए से भी अधिक है।
गुरुवार को भी एक विजिटर के पास से 7 सिम कार्ड बरामद किए गए थे, जिन्हें वह जेल में चोरी छुपे ले जाना चाहता था। इनमें से एक सिम मिडिल ईस्ट का था।
सूत्रों का मानना है कि जेल से बरामद किए गए इन मोबाइल फोन और सिम कार्ड के जरिए पत्रकार राजीव रंजन की हत्या की जांच में भी सहयोग मिलेगा, क्योंकि उनकी हत्या को जेल ही अंजाम दिए जाने की संभावना है।
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