
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के हालात को सामान्य बनाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. बुधवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह दो दिनों के लिए जम्मू कश्मीर जाएंगे. यात्रा के दौरान गृहमंत्री वहां की स्थिति का जायजा लेंगे. गृह मंत्री के साथ गृह सचिव सहित बड़े अफसरों का दल भी जाएगा.
गृहमंत्री वहां सर्वदलीय बैठक कर सकते हैं साथ ही समाज के दूसरे तबके से भी बात करेंगे. राजनाथ सिंह जम्मू कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती के साथ सुरक्षा बैठक भी करेंगे.
पीएम मोदी ने जताया कश्मीर के हालात पर दुख
राजनाथ सिंह का यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कश्मीर के हालात पर ‘गहरी चिंता और दुख’ व्यक्त करने के एक दिन बाद सामने आया है. प्रधानमंत्री ने कहा कश्मीर के हालात पर दुख जताते हुए कहा था कि कश्मीर के मौजूदा हालात से हम दुखी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा था कि हिंसा में मरने वाले हमारा और हमारे देश का हिस्सा हैं.
राजनाथ सिंह का यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कश्मीर के हालात पर ‘गहरी चिंता और दुख’ व्यक्त करने के एक दिन बाद सामने आया है. प्रधानमंत्री ने कहा कश्मीर के हालात पर दुख जताते हुए कहा था कि कश्मीर के मौजूदा हालात से हम दुखी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा था कि हिंसा में मरने वाले हमारा और हमारे देश का हिस्सा हैं.
कश्मीर में कब और कैसे बिगड़े हालात ?
- अनंतनाग जिले में आठ जुलाई को एक मुठभेड़ में हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी की मौत हुई.
- बुरहान की मौत के बाद अलगाववादी नेताओं ने बंद बुलाया
- इसके बाद से कश्मीर में पिछले एक महीने बिगड़े हैं हालात
- प्रदर्शन और हिंसा में अब तक दो पुलिस वालों समेत 65 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों घायल हैं.
- बिगड़ते हालात के मद्देनजर कश्मीर के कई इलाकों में कर्फ़्यू लगाया गया
- कश्मीर में कर्फ्यू को लगे हुए अब तक 46 दिन हो चुके हैं
- लगातार हो रहे हिंसक प्रदर्शनों की वजह से इंटरनेट और मोबाइल सेवा पर भी रोक लगी
- पिछले एक महीने में राजनाथ सिंह की दूसरी कश्मीर यात्रा
- पिछली यात्रा के दौरान राजनाथ ने कहा था- केंद्र जम्मू कश्मीर के साथ एक भावनात्मक रिश्ता चाहता है
सोमवार को विपक्ष ने पीएम से की थी मुलाकात
कल, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में विपक्ष के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां की स्थिति पर अपनी ‘गहरी चिंता और दुख’ व्यक्त किया था और जम्मू कश्मीर में समस्याओं का एक ‘स्थायी और टिकाउ’ समाधान ढूंढने में राजनीतिक दलों से मिल कर काम करने की अपील की थी.
कल, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में विपक्ष के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां की स्थिति पर अपनी ‘गहरी चिंता और दुख’ व्यक्त किया था और जम्मू कश्मीर में समस्याओं का एक ‘स्थायी और टिकाउ’ समाधान ढूंढने में राजनीतिक दलों से मिल कर काम करने की अपील की थी.
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