सीबीएसई के नतीजों के बाद स्कूल में जश्न+Mahi dewli
मोटी फीस वसूलने और बड़ी सुविधाओं का दावा करने वाले निजी स्कूल 12वीं के बाद अब 10वीं के परिणामों में भी पिछड़ गए हैं। जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालयों ने स्कूलों को काफी पीछे छोड़ा है।
सीबीएसई 10वीं के परिणामों में निजी स्कूलों ने फिर मुंह की खाई। जवाहर नवोदय विद्यालय का रिजल्ट सबसे ऊपर 98.58 प्रतिशत रहा। जनवि में कुल 2171 में से 2140 छात्र पास हुए। 10 सीजीपीए से ऊपर हासिल करने वाले छात्रों की संख्या 134 यानी 6.18 प्रतिशत रही। केंद्रीय विद्यालयों में 7327 में से 7161 छात्र पास हुए।
केवि का रिजल्ट 97.74 प्रतिशत रहा। यहां 10 सीजीपीए हासिल करने वाले छात्रों की संख्या 752 यानी 10.27 प्रतिशत रही। निजी स्कूलों में कुल 1,41,451 में से 1,36,453 छात्र पास हुए। निजी स्कूलों का परिणाम 96.47 प्रतिशत रहा। इनमें 14205 यानी 10.05 प्रतिशत छात्रों ने 10 सीजीपीए हासिल किया।
बोर्ड से दूर हट रहे छात्र
सीबीएसई 10वीं में अभी तक बोर्ड पैटर्न और स्कूल पैटर्न की व्यवस्था है, जो छात्र बोर्ड पैटर्न पर 10वीं की परीक्षा देते हैं, उनके प्रश्न पत्र से लेकर मूल्यांकन तक की पूरी जिम्मेदारी बोर्ड परीक्षा के पैटर्न पर खुद सीबीएसई करता है। जबकि जो छात्र स्कूल पैटर्न पर परीक्षा देते हैं, उनके पेपर और मूल्यांकन स्कूल के स्तर पर ही किया जाता है। इस साल 1,07,907 छात्रों ने स्कूल पैटर्न पर 10वीं की परीक्षा दी जबकि केवल 45861 छात्रों ने बोर्ड पैटर्न पर परीक्षा दी है।
डिफरेंटली एबल्ड 96.75 प्रतिशत पास
दून रीजन में विजुअली इंपेयर्ड, हीयरिंग इंपेयर्ड, ऑर्थोपेडिकली इंपेयर्ड, स्पेस्टिक, ऑस्टिस्टिक वाले कुल 307 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से 297 यानी 96.75 प्रतिशत छात्रों ने 10वीं की परीक्षा पास की है।
केवि का रिजल्ट 97.74 प्रतिशत रहा। यहां 10 सीजीपीए हासिल करने वाले छात्रों की संख्या 752 यानी 10.27 प्रतिशत रही। निजी स्कूलों में कुल 1,41,451 में से 1,36,453 छात्र पास हुए। निजी स्कूलों का परिणाम 96.47 प्रतिशत रहा। इनमें 14205 यानी 10.05 प्रतिशत छात्रों ने 10 सीजीपीए हासिल किया।
बोर्ड से दूर हट रहे छात्र
सीबीएसई 10वीं में अभी तक बोर्ड पैटर्न और स्कूल पैटर्न की व्यवस्था है, जो छात्र बोर्ड पैटर्न पर 10वीं की परीक्षा देते हैं, उनके प्रश्न पत्र से लेकर मूल्यांकन तक की पूरी जिम्मेदारी बोर्ड परीक्षा के पैटर्न पर खुद सीबीएसई करता है। जबकि जो छात्र स्कूल पैटर्न पर परीक्षा देते हैं, उनके पेपर और मूल्यांकन स्कूल के स्तर पर ही किया जाता है। इस साल 1,07,907 छात्रों ने स्कूल पैटर्न पर 10वीं की परीक्षा दी जबकि केवल 45861 छात्रों ने बोर्ड पैटर्न पर परीक्षा दी है।
डिफरेंटली एबल्ड 96.75 प्रतिशत पास
दून रीजन में विजुअली इंपेयर्ड, हीयरिंग इंपेयर्ड, ऑर्थोपेडिकली इंपेयर्ड, स्पेस्टिक, ऑस्टिस्टिक वाले कुल 307 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से 297 यानी 96.75 प्रतिशत छात्रों ने 10वीं की परीक्षा पास की है।
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