वेस्टइंडीज के सुनील नारायण के गेंदबाजी एक्शन को आईसीसी ने मंजूरी दे दी है। जिससे अब वह अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी कर सकते हैं। उनकी आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स ने इससे राहत की सांस ली है।
आईसीसी ने इसकी पुष्टि कर दी। उनके एक्शन की दोबारा जांच में पाया गया कि गेंद डालते समय उनकी कोहनी आईसीसी द्वारा निर्धारित 15 डिग्री की सीमा के भीतर मुड़ रही है।
अंपायरों को अगर लगता है कि उनके एक्शन में खामी है तो वे फिर इसकी शिकायत कर सकते हैं। उनके एक्शन की दोबारा जांच 28 मार्च को चेन्नई के श्री रामचंद्र यूनिवर्सिटी सेंटर में की गई।
नारायण के एक्शन की शिकायत सात नवंबर 2015 को श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान की गई थी। वह अपने एक्शन पर काम करने के लिए एक साल से कैरेबियाई टीम से बाहर हैं।
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें टी-20 वर्ल्ड कप टीम में शामिल किया था लेकिन बाद में उन्होंने अपने गेंदबाजी एक्शन में अपेक्षित सुधार नहीं होने के कारण खुद नाम वापिस ले लिया था।
उनके एक्शन की शिकायत 2014 चैंपियंस लीग और 2015 आईपीएल के दौरान भी की गई थी। उनका दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 10 अप्रैल को खेलना संदिग्ध है क्योंकि अपने पिता की मौत के बाद वह वेस्टइंडीज लौट गए हैं।
आईसीसी ने इसकी पुष्टि कर दी। उनके एक्शन की दोबारा जांच में पाया गया कि गेंद डालते समय उनकी कोहनी आईसीसी द्वारा निर्धारित 15 डिग्री की सीमा के भीतर मुड़ रही है।
अंपायरों को अगर लगता है कि उनके एक्शन में खामी है तो वे फिर इसकी शिकायत कर सकते हैं। उनके एक्शन की दोबारा जांच 28 मार्च को चेन्नई के श्री रामचंद्र यूनिवर्सिटी सेंटर में की गई।
नारायण के एक्शन की शिकायत सात नवंबर 2015 को श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान की गई थी। वह अपने एक्शन पर काम करने के लिए एक साल से कैरेबियाई टीम से बाहर हैं।
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें टी-20 वर्ल्ड कप टीम में शामिल किया था लेकिन बाद में उन्होंने अपने गेंदबाजी एक्शन में अपेक्षित सुधार नहीं होने के कारण खुद नाम वापिस ले लिया था।
उनके एक्शन की शिकायत 2014 चैंपियंस लीग और 2015 आईपीएल के दौरान भी की गई थी। उनका दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 10 अप्रैल को खेलना संदिग्ध है क्योंकि अपने पिता की मौत के बाद वह वेस्टइंडीज लौट गए हैं।
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