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Wednesday, October 26, 2016
Sunday, October 23, 2016
एयर इंडिया का वर्ल्ड रिकॉर्ड, साढ़े सात घंटे तक समुद्र के ऊपर उड़ती रही फ्लाइट
एयर इंडिया का वर्ल्ड रिकॉर्ड, साढ़े सात घंटे तक समुद्र के ऊपर उड़ती रही फ्लाइट
एयर इंडिया ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड,साढ़े सात घंटे तक समुद्र के ऊपर उड़ता रहा विमान
एयर इंडिया ने सबसे लंबी उड़ान भरने का एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एयर इंडिया की एक फ्लाइट ने दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को की दूरी मात्र 14.5 घंटे में तय किया। आमतौर पर ये दूरी तय करने में फ्लाइट को 17.5 घंटे लगते हैं। एयर इंडिया ने फ्लाइट को प्रशांत महासागर के रास्ते भेजकर वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है। सबसे लंबी दूरी की नॉनस्टॉप यात्रा का भी वर्ल्ड रिकॉर्ड एयर इंडिया ने बनाया है।
एयर इंडिया की फ्लाइट ने 14.5 घंटे में 15,300 किलोमीटर की दूरी तय की। बता दें कि प्रशांत महासागर का रास्ता अटलांटिक महासागर के रास्ते से करीब 1,400 किलोमीटर लंबा है। विमान ने 2 घंटे से कम समय में ही इस यात्रा को पूरा कर लिया। पहले दिल्ली से सैन प्रांसिस्को जाने के लिए विमान को अटलांटिक महासागर के रास्ते भेजा जाता था।
एयर इंडिया के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 'पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की तरफ घूमती है और हवा भी इसी दिशा में चलती है। पश्चिम की तरफ उड़ना मतलब तेज हवा का सामना करना, जबकि पूर्व की तरफ उड़ने से आसानी होती है।' अधिकारी ने आगे बताया कि अटलांटिक के रास्ते सैन फ्रांसिस्को जाते समय आमतौर पर 24 किलो/घंटा की रफ्तार से हेडविंड मिलती है, जिससे विमान देर से पहुंचता है।
उड़ान के वक्त इस विमान में चार पायलट रजनीश शर्मा, गौतम वर्मा, एमए खान और एसएन पालेकर के अलावा 10 क्रू मेंबर्स मौजूद थे। इस नए कीर्तिमान को बनाने के बाद सभी बेहद उत्साहित हैं।
एयर इंडिया के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 'पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की तरफ घूमती है और हवा भी इसी दिशा में चलती है। पश्चिम की तरफ उड़ना मतलब तेज हवा का सामना करना, जबकि पूर्व की तरफ उड़ने से आसानी होती है।' अधिकारी ने आगे बताया कि अटलांटिक के रास्ते सैन फ्रांसिस्को जाते समय आमतौर पर 24 किलो/घंटा की रफ्तार से हेडविंड मिलती है, जिससे विमान देर से पहुंचता है।
उड़ान के वक्त इस विमान में चार पायलट रजनीश शर्मा, गौतम वर्मा, एमए खान और एसएन पालेकर के अलावा 10 क्रू मेंबर्स मौजूद थे। इस नए कीर्तिमान को बनाने के बाद सभी बेहद उत्साहित हैं।
Thursday, October 20, 2016
SBI ने किए छह लाख डेबिट कार्ड्स ब्लॉक
इस
पूरे मामले के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने छह लाख डेबिट कार्ड्स ब्लॉक कर
दिए हैं। बैंक के सूत्रों के मुताबिक, एसबीआई के नेटवर्क से बाहर के किसी
एटीएम से कोई गड़बड़ी हुई है। यह पहली बार हुआ है, जब किसी बैंक को इतने
बड़े स्तर पर डेबिट कार्ड ब्लॉक करने पड़े हों।
इस संबंध में एसबीआई के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर शिव कुमार भसीन ने बताया कि यह सुरक्षा में सेंध की वजह से हुआ है। हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि यह खराबी उनके बैंकिंग सिस्टम से जुड़ी नहीं है। उनका कहना है कि कई अन्य बैंकों को भी इस समस्या का दो-चार होना पड़ रहा है। यह समस्या लंबे समय से चल रही है। भसीन ने बताया कि इस वायरस से कुछ एटीएम प्रभावित हुए हैं। जब लोग वायरस से प्रभावित एटीएम में कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो डेटा चोरी होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
इस संबंध में एसबीआई के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर शिव कुमार भसीन ने बताया कि यह सुरक्षा में सेंध की वजह से हुआ है। हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि यह खराबी उनके बैंकिंग सिस्टम से जुड़ी नहीं है। उनका कहना है कि कई अन्य बैंकों को भी इस समस्या का दो-चार होना पड़ रहा है। यह समस्या लंबे समय से चल रही है। भसीन ने बताया कि इस वायरस से कुछ एटीएम प्रभावित हुए हैं। जब लोग वायरस से प्रभावित एटीएम में कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो डेटा चोरी होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
भारतीय बैंक खाताधारकों के करीब 32 लाख डेबिट कार्ड्स की सुरक्षा खतरे में है।
भारतीय बैंक खाताधारकों के करीब 32 लाख डेबिट कार्ड्स की सुरक्षा खतरे में है। अलग-अलग बैंकों के लाखों डेबिट कार्ड्स का डेटा और पिन नंबर चोरी हुआ है। ये कार्ड्स ऐसे एटीएम पर इस्तेमाल किए गए हैं जहां से मालवेयर के जरिए सूचनाएं चोरी की गई हैं। इन हालातों में बैंक खाताधारकों से सिक्योरिटी कोड बदलने के लिए कहेंगे या कार्ड बदले जाएंगे। इसे भारत के वित्तीय डेटा में अब तक की बड़ी सेंधमारी माना जा रहा है। डेबिट कार्ड की इस सेंधमारी पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कहा कि ग्राहकों को डरने की जरूरत नहीं है और बैंक का सिस्टम विफल नहीं हुआ है।
यह पूरा मामला कुछ खाताधारकों की शिकायत के बाद सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि चीन में कहीं उनके कार्ड के डेटा का अनाधिकृत इस्तेमाल किया गया। जिन कार्ड्स के डेटा की सेंधमारी की बात सामने आई है उनमें 26 लाख वीजा और मास्टर कार्ड हैं, वहीं 6 लाख रुपे (Ru Pay) कार्ड प्लेटफॉर्म के हैं। जिन बैंकों के कार्ड सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं उनमें एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीसीआई बैंक, येस बैंक और एक्सिस बैंक शामिल हैं।
कहा जा रहा है कि सेंधमारी की शुरुआत हिताची पेमेंट सर्विस के के सिस्टम में आए मालवेयर से हुई। हिताची एटीएम, पॉइंट ऑफ सेल (PoS) और अन्य सर्विस मुहैया कराती है। हालांकि कंपनी ने अभी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं है।
कहा जा रहा है कि सेंधमारी की शुरुआत हिताची पेमेंट सर्विस के के सिस्टम में आए मालवेयर से हुई। हिताची एटीएम, पॉइंट ऑफ सेल (PoS) और अन्य सर्विस मुहैया कराती है। हालांकि कंपनी ने अभी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं है।
इस पूरे मामले के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने छह लाख डेबिट कार्ड्स ब्लॉक कर दिए हैं। बैंक के सूत्रों के मुताबिक, एसबीआई के नेटवर्क से बाहर के किसी एटीएम से कोई गड़बड़ी हुई है। यह पहली बार हुआ है, जब किसी बैंक को इतने बड़े स्तर पर डेबिट कार्ड ब्लॉक करने पड़े हों।
इस संबंध में एसबीआई के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर शिव कुमार भसीन ने बताया कि यह सुरक्षा में सेंध की वजह से हुआ है। हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि यह खराबी उनके बैंकिंग सिस्टम से जुड़ी नहीं है। उनका कहना है कि कई अन्य बैंकों को भी इस समस्या का दो-चार होना पड़ रहा है। यह समस्या लंबे समय से चल रही है। भसीन ने बताया कि इस वायरस से कुछ एटीएम प्रभावित हुए हैं। जब लोग वायरस से प्रभावित एटीएम में कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो डेटा चोरी होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
इस संबंध में एसबीआई के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर शिव कुमार भसीन ने बताया कि यह सुरक्षा में सेंध की वजह से हुआ है। हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि यह खराबी उनके बैंकिंग सिस्टम से जुड़ी नहीं है। उनका कहना है कि कई अन्य बैंकों को भी इस समस्या का दो-चार होना पड़ रहा है। यह समस्या लंबे समय से चल रही है। भसीन ने बताया कि इस वायरस से कुछ एटीएम प्रभावित हुए हैं। जब लोग वायरस से प्रभावित एटीएम में कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो डेटा चोरी होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
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